भारतीय स्टार्टअप्स: कैसे युवा उद्यमी रचनात्मकता से रोज़मर्रा की समस्याएँ सुलझा रहे हैं
एक गर्म दोपहर को बेंगलुरु के एक को-वर्किंग स्पेस में मेरी मुलाक़ात 26 साल के एक संस्थापक से हुई। दफ़्तर…
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आज भी किसी बॉलीवुड फ़िल्म सेट पर जाइए, तो वही पुराना शोर-गुल दिखेगा—स्पॉटबॉय तारें खींचते भाग रहे हैं, डायरेक्टर तीन…
पुरानी दिल्ली की गलियों से गुज़रो तो कहीं सूफ़ी कव्वालियों की गूंज सुनाई देती है, कहीं उर्दू की ख़ुशबूदार कलमकारी…